ऑप्टिकल फाइबर का अविष्कार कब हुआ ?
यदि आप इंटरनेट के बारे में जानते हैं तो आप कभी ना कभी ऑप्टिकल फाइबर का नाम जरूर सुना होगा । ऑप्टिकल फाइबर एक प्रकार का वैसा तार है ,जिसमें बिजली का प्रभाव नहीं होता है । इसका उपयोग करके डाटा को ट्रांसफर किया जाता है आप तो जानते ही हैं कि प्रकाश का वेग बहुत ही तीव्र होता है इसकी मदद से ही डाटा को प्रकाश के रूप में परिवर्तित करके एक जगह से दूसरी जगह तक स्थानांतरित किया जाता है।
ऑप्टिकल फाइबर काँच या प्लास्टिक से बना होता है जिसमें जानकारी को लाइट के रूप में परिवर्तित करके बहुत तीव्र गति से भेजा जाता है । यह तारे किसी अन्य तारों से बहुत महंगी होती है ,क्योंकि इसे बनाने में बहुत ज्यादा लागत बहुत ज्यादा मेहनत होता है ।
आज कल जो इतनी आसानी से हम इंटरनेट का उपयोग कर पा रहे हैं , यह सभी ऑप्टिकल केबल का ही देन है ।ऑप्टिकल फाइबर ने इंटरनेट युग में एक क्रांति हि ला दी और इंटरनेट उपयोग को बढ़ावा दिया इसकी वजह से इंटरनेट उपयोग में बहुत ज्यादा सरलता मिली इसने इंटरनेट को सुव्यवस्थित बना दिया।
ऑप्टिकल फाइबर का अविष्कार कब हुआ ?
ऑप्टिकल फाइबर का अविष्कार 1970 में कॉर्निंग ग्लास वर्क्स के द्वारा किया गया,वैसे तो इस समय ऑप्टिकल फाइबर का सही से विकाश नही हुआ था । वास्तव में 1975 तक इसे सुव्यवस्थित तरीके से बनाया गया । प्रारंभ में इसकी दायरा बहुत ही कम था । लेकिन इसमे शोध करते-करते 10 मीटर से 100 किलोमीटर तक बनाया गया ,और उसमे निरंतर काम जारी रहा और ये बढ़ता चला गया । आज के दौर में इसका बहुत बड़ा नेटवर्क बन गया है,जिसने इंटरनेट उपयोग को सरल बना दिया ।
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ऑप्टिकल फाइबर कैसे काम करती हैं?
ऑप्टिकल फाइबर को एक जगह से दूसरे जगह डायरेक्ट नही भेजा जाता है । इसके उपयोग डेटा को एक जगह से दूसरे जगह स्थान्तरित करने के लिए , एक निश्चित दूरी पर रिसीवर और ट्रांसमीटर लगा होता है । सबसे पहले डेटासेंटर से डेटा को डिजिटल डाटा लाइट पल्स के रूप में केबल के अंदर भेजा जाता है। जो एक निश्चित दूरी तय करने के बाद एक रिसीवर इसके डेटा को रिसीव करता है और फिर ये डेटा को ट्रांसमीटर के द्वारा आगे के केबल में ट्रांसमिट कर देता है । यही प्रक्रिया लगातार चलता रहता है,और तब जाकर के डेटा को टावरों और ट्रांसमीटर के द्वारा हमारे तक पहुचाया जाता है । यह बहुत लम्बी प्रक्रिया है लेकिन लाइट के तीव्र गति इसे सरल बना देती है ।
ऑप्टिकल फाइबर के क्या लाभ है ?
ऑप्टिकल फाइबर के बहुत सारे अनोखे फायदे है आप तो जानते ही है की इंटरनेट को सही तरिके से संचालित करने में ऑप्टिकल फाइबर कितना उपयोगी है , फिरभी हम यहाँ आपको बता रहे है की इसके मुख्य फायदे क्या-क्या है।
- ऑप्टिकल फाइबर बहुत उच्च बैंडविड्थ स्तरों का समर्थन करता है।
- ऑप्टिकल फाइबर स्वाभाविक रूप से सुरक्षित है।
- ऑप्टिकल फाइबर आंतरिक रूप से सुरक्षित है।
- ऑप्टिकल फाइबर पानी और तापमान में उतार-चढ़ाव का सामना करता है।
- ऑप्टिकल फाइबर ईएमआई के प्रति प्रतिरोधी है।
- ऑप्टिकल फाइबर बहुत तेज है।
ऑप्टिकल फाइबर के क्या परेशानिया है ?
ऑप्टिकल फाइबर के परेशानियों की बात करे तो इसे स्थापित करते समय बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ता है ,इसको स्थापित करते समय परेशानी तो होती है लेकिन उससे भी ज्यादा परेशानी इसके रख-रखाव में होता है। क्योकि इसे बहुत सरे कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है इसे समुन्द्र के निचे , रेगिस्ताने ,पहाड़ो ,जंगलो से हो करके गुजरना पड़ता है। इसी बिच ऑप्टिकल फाइबर के कही नुकशान होने पर उसे पता लगाने में बहुत परेशानी होती है। और उसे पता लगाने के बाद उसके नुकशान को ठीक करने में उच्च लागत आती है।
ऑप्टिकल फाइबर के मुख्य परेशानिया निम्लिखित है।
- ऑप्टिकल फाइबर में बहुत लागत आती है।
- ऑप्टिकल फाइबर को सुरक्षित रखना बहुत कठिन कार्य होता है।
- ऑप्टिकल फाइबर के रख -रखाव करने में परेशानी होती है।
- ऑप्टिकल फाइबर को स्थापित करने में बहुत परेशानी आती है।
अगर आपको यहाँ दिए जानकारी अच्छे लगे तो कमेंट जरूर करे और साथ ही अपना सुझाव जरूर दे। धन्यवाद ”